Monday, June 9, 2025

कोरबा: सेंट जेवियर पब्लिक स्कूल का चौंकाने वाला खुलासा — शिक्षिका के ब्लैंक चेक मे रकम भरकर बाउंस कराने का आया अजीब  मामला ,स्कूल प्रबंधन पर लगा  गंभीर आरोप,देखिए विडिओ

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कोरबा। सेंट जेवियर पब्लिक स्कूल से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां स्कूल प्रबंधन पर शिक्षकों से ब्लैंक चेक लेने और उसका दुरुपयोग करने का गंभीर आरोप लगा है।  स्कूल के डायरेक्टर पर यहां पदस्थ रही शिक्षिका ने भयादोहन का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है शिक्षिका ने सिक्योरिटी के नाम पर ब्लैंक चेक लिया गया था स्कूल संचालक व प्रबंधन ने मनमाने ढंग से ₹80,859की राशि भरकर चेक को बाउंस कर दिया पुलिस अधीक्षक को लिखे शिकायत पत्र में सेंट जेवियर्स स्कूल की शिक्षिका अनीता चटर्जी ने इस बात का उल्लेख किया है कि उनकी पदस्थापना 26 अगस्त 2023 में हुई थी ₹25000 मासिक वेतन के साथ उनकी नियुक्ति अवधि वर्ष 2023 से 26 अगस्त 2025 निर्धारित की गई थी जिसका उल्लेख उनके नियुक्ति पत्र में है नियुक्ति के दौरान स्कूल के डायरेक्टर प्रांजल झा और प्रबंधक डी के आनंद ने शिक्षण संस्थान के नियमों का हवाला देते हुए उसे सिक्योरिटी के रूप में हस्ताक्षर युक्त कोरे चेक की मांग की शिक्षिका को यह बताया गया की कार्य मुक्त होने के दौरान चेक को वापस कर दिया जाएगा विश्वास करते हुए शिक्षिका ने ब्लैंक चेक दे दिया शिक्षिका ने शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि शारीरिक परेशानी की वजह से उसके 2 साल के समय अवधि के पहले ही त्यागपत्र दे दिया इसकी सूचना मेल से स्कूल प्रबंधन को दी गई 14 मइ को अधिवक्ता के माध्यम से पत्र भेजा गया जिसमें उल्लेख है कि तीन माह का वेतन 80,859 रुपए प्रदान किया गया राशि की वापसी के लिए कपट  पूर्वक ब्लैंक चेक में दर्ज कर बाउंस करा दिया गया स्कूल प्रबंधन के पदाधिकारी ने स्कूल के अन्य शिक्षकों से भी इसी तरह का ब्लैंक चेक जमा कराया है इससे उनके साथ भी आर्थिक धोखाधड़ी की जा सकती है मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की मांग पुलिस अधीक्षक से की गई है स्कूल के प्रबंधक के द्वारा व्हाट्सएप के जरिए भी वहां कार्यरत शिक्षकों से ब्लैंक चेक जमा करने की बात कही है ।

सूत्रों के अनुसार, स्कूल प्रबंधन द्वारा सभी शिक्षकों से नियुक्ति के समय ब्लैंक चेक लिया जाता है। इस प्रथा के चलते कई शिक्षक मानसिक दबाव में काम करने को मजबूर हैं। ताजा मामले में एक शिक्षिका ने आरोप लगाया है कि उसके हस्ताक्षरयुक्त कोरे चेक से मनमाने ढंग से राशि निकाल ली गई, जो एक आपराधिक कृत्य की श्रेणी में आता है।और यह पहला मामला नहीं है इस स्कूल की पूर्व शिक्षिका मनीषा शर्मा के साथ भी धोखाधड़ी का मामला हुआ था जिसे उन्होंने स्वयं जे.बी न्यूज़ के संचालक  से बात कर बताया है।

इस घटना ने न सिर्फ स्कूल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि शिक्षा विभाग की निगरानी प्रणाली पर भी उंगली उठाई है। पीड़िता ने पुलिस और जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत दर्ज कराई है, और मामले की जांच जारी है।

स्थानीय नागरिकों और शिक्षकों में इस घटना को लेकर रोष व्याप्त है। सभी की मांग है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और इस तरह की शोषणकारी प्रथाओं पर रोक लगाई जाए।

(यह मामला पूरी शिक्षा व्यवस्था के लिए एक चेतावनी है और जांच में जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।)

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