कोरबा। बरसों से गरीबी और झोपड़ी के नीचे टपकती छत की तकलीफ झेल रहे धन साय उराँव का अब सपना साकार हो गया है। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक अंतर्गत सरभोंका ग्राम पंचायत में रहने वाले मजदूर धन साय को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का घर मिलने की उम्मीद ने उनकी जिंदगी बदल दी है। अब उनका मकान लगभग पूरा हो चुका है और जल्द ही वे अपने परिवार के साथ नए आशियाने में बारिश की चिंता किए बिना रह सकेंगे।
गरीबी में गुजरी पूरी जिंदगी, अब मिली स्थिरता की नींव
धन साय बताते हैं कि वे वर्षों से गांव में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते आए हैं। उनकी आमदनी इतनी नहीं थी कि खुद का पक्का मकान बना सकें। हर साल बरसात के मौसम में टपकती छत, गीले कपड़े, और असहज जीवनशैली उनके जीवन की सच्चाई थी। लेकिन जब उनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में शामिल हुआ, तो उन्हें पहली बार पक्के घर का सपना सच होता दिखाई दिया।
किस्तों में मिली राशि, धीरे-धीरे बनता गया घर
धन साय ने बताया कि योजना के तहत उन्हें नियमानुसार किश्तों में राशि प्राप्त होती गई, जिससे उन्होंने अपने घर का निर्माण शुरू किया। धीरे-धीरे ईंट-गारा जुड़ते गए और झोपड़ी की जगह अब एक मजबूत, सुरक्षित छत खड़ी हो गई है। अब उनका मकान अंतिम चरण में है, और वे इस मानसून से पहले अपने नए घर में प्रवेश कर सकेंगे।
परिवार के चेहरे पर आई मुस्कान
धन साय की पत्नी बहालो बाई और बच्चों के चेहरों पर अब स्थायित्व और सुरक्षा की झलक दिखाई देती है। वे अब उन अनगिनत ग्रामीण परिवारों में शामिल हो गए हैं, जिनका जीवन पीएम आवास योजना ने बदल दिया है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रति आभार
धन साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि सरकार की इस योजना ने वास्तव में गरीबों के जीवन में आशा की किरण जगाई है।
“अब हम भी कह सकते हैं कि हमारे पास अपना पक्का मकान है। यह केवल दीवारें नहीं, बल्कि हमारी इज्जत, सुरक्षा और भविष्य की नींव है।” — धन साय उराँव