“सही ही कहा गया है, ‘तुम रक्षक तो काहू को डरना’
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर। मनेन्द्रगढ़ शहर में बीते दिनों आए तेज आंधी-तूफान ने जनजीवन को काफी प्रभावित किया। शहर के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के पास स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के समीप एक विशालकाय वृक्ष आंधी की चपेट में आकर अचानक गिर पड़ा। यह दृश्य स्थानीय लोगों के लिए अत्यंत चौंकाने वाला था, क्योंकि पेड़ ठीक मंदिर के समीप गिरा था। हालांकि यह हादसा बड़ा था, लेकिन सबसे चमत्कारी बात यह रही कि मंदिर परिसर में स्थापित भगवान बजरंगबली की मूर्ति को कोई क्षति नहीं पहुँची। मंदिर का शेड पूरी तरह से तबाह हो गया, टीन शेड और कुछ दीवारों को नुकसान पहुँचा, लेकिन हनुमान जी की मूर्ति अपनी जगह पर पूरी तरह से सुरक्षित और अडिग खड़ी रही।

स्थानीय श्रद्धालुओं का मानना है कि यह सब श्री हनुमान जी की कृपा का ही परिणाम है। मंदिर के पास मौजूद एक श्रद्धालु ने भावुक होते हुए कहा, “सही ही कहा गया है, ‘तुम रक्षक तो काहू को डरना’। आज हम सबने इसे अपनी आँखों से देखा है।”
इस घटना के बाद से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है। लोग इसे चमत्कार मानते हुए पूजा-अर्चना करने आ रहे हैं। क्षेत्रीय प्रशासन ने गिरा हुआ पेड़ हटाने का कार्य शुरू कर दिया है और मंदिर की मरम्मत का कार्य भी शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा।मनेन्द्रगढ़ में इस घटना को लेकर लोगों में गहरी आस्था और विश्वास की भावना देखने को मिल रही है। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि जब संकट आता है, तो आस्था ही वह शक्ति है जो लोगों को संभालती है।