नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद घाटी में दहशत का माहौल है। मंगलवार को हुए इस हमले में 28 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिसके बाद से पर्यटक जल्द से जल्द कश्मीर छोड़ना चाह रहे हैं। इसी अफरा-तफरी के माहौल में जहां एयरलाइंस ने हवाई किराए में तीन गुना बढ़ोतरी कर दी, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इस संकट की घड़ी में मसीहा बनकर उभरे हैं—स्थानीय टैक्सी चालक, जो मुफ्त में यात्रियों को एयरपोर्ट और स्टेशन तक पहुंचा रहे हैं।
एयरलाइंस की मनमानी से यात्री नाराज
हमले के बाद अचानक यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ, जिसे देखते हुए कुछ निजी एयरलाइंस ने किराए में अत्यधिक वृद्धि कर दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कई यूजर्स ने इसकी शिकायत की। एक यूजर मनीष आरजे ने लिखा, “इस संकट के समय एयरलाइंस यात्रियों की मजबूरी का लाभ उठा रही हैं। श्रीनगर से कोलकाता तक का किराया तीन गुना कर दिया गया है।”
सरकार ने जताई सख्ती, किराया न बढ़ाने की चेतावनी
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने एयरलाइंस को तलब किया और स्पष्ट निर्देश दिए कि इस संकट की घड़ी में किराया न बढ़ाएं। सरकार की सख्ती के बाद एयर इंडिया और इंडिगो ने चार अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की है, जिनमें से दो दिल्ली और दो मुंबई के लिए हैं।
मुफ्त में टैक्सी सेवा दे रहे घाटी के लोग
जहां कुछ लोग संकट का फायदा उठा रहे हैं, वहीं कई स्थानीय टैक्सी ड्राइवरों ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। श्रीनगर और अनंतनाग जैसे क्षेत्रों में ड्राइवर बिना किराए लिए पर्यटकों को एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों तक पहुंचा रहे हैं। इन ड्राइवरों का कहना है कि यह समय कमाने का नहीं, बल्कि एक-दूसरे की मदद करने का है।श्रीनगर के टैक्सी यूनियन सदस्य बशीर अहमद ने कहा, “हम खुद भी डरे हुए हैं, लेकिन जब बाहर से आए लोग हम पर भरोसा करके यहां घूमने आए हैं, तो उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।”
फ्लाइट्स रीशेड्यूलिंग और कैंसिलेशन चार्ज माफ
एयर इंडिया और इंडिगो ने 30 अप्रैल, 2025 तक फ्लाइट कैंसिलेशन और रीबुकिंग चार्ज माफ कर दिए हैं। यात्रियों को अपनी टिकट्स को मुफ्त में रद्द या रीशेड्यूल करने की सुविधा दी जा रही है। यह कदम उन यात्रियों के लिए राहत का काम करेगा, जो अचानक घाटी छोड़ना चाह रहे हैं।
भीड़ को ध्यान में रखते हुए और उड़ानें तैयार
हवाई मंत्रालय ने बताया कि अगर यात्रियों की संख्या और बढ़ती है तो अतिरिक्त उड़ानों को स्टैंडबाय रखा गया है। एयरलाइंस को निर्देश दिए गए हैं कि जरूरत पड़ने पर वे और विमान सेवाएं उपलब्ध कराएं।