कोरबा : सिविल लाइन रामपुर पुलिस द्वारा एक संगीन आपराधिक मामले में तत्परता दिखाते हुए पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने अपने दो कर्मचारियों को बंधक बनाकर न केवल अमानवीय रूप से मारपीट की, बल्कि जातिसूचक गालियाँ भी दीं। पीड़ितों को करंट, प्लास और प्लास्टिक पाइप से प्रताड़ित किया गया था। यह घटना कोरबा के खपराभट्ठा, कांशीनगर क्षेत्र में घटित हुई थी।
नगर के खपराभट्टा इलाके में अवैध रूप से संचालित की जा रही आइसक्रीम फैक्ट्री के संचालक ने एडवांस रकम मांगे जाने की बात को लेकर दो मजदूरों से क्रूरता की। किसी तरह भागकर वे राजस्थान के भीलवाड़ा पहुंचे और पुलिस से संपर्क किया तो सुनवाई नहीं हुई उल्टे वहां भी ठेकेदार के लोगों ने मारपीट की।
किसी की सलाह पर भीलवाड़ा एसपी से मुलाकात होने और मारपीट का वीडियो देखने के बाद फौरन संज्ञान लिया गया। जीरो पर एफआईआर करने के बाद डायरी ऑनलाइन कोरबा भेजी गई। सिविल लाइन पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

बताया जा रहा है कि खपराभट्टा क्षेत्र में अमानवीय घटना के शिकार हुए अभिषेक भांबी और विनोद भांबी अनुसूचित जाति से वास्ता रखते हैं। ये दोनों राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के निवासी हैं। कुछ समय पहले एक व्यक्ति ने उन्हें आइसक्रीम फैक्ट्री में काम कराने के लिए कोरबा लाया गया था। काम करने के बाद वेतन देने की बारी आई तो आनाकानी शुरू हो गई।
युवकों ने अग्रिम राशि की मांग की तो बदले में उन्हें यातना दी गई। प्लायर से नाखून निकालने की कोशिश की गई और करंट भी लगाया गया। किसी तरह आक्रांताओं से छूटकर युवक कोरबा से भागे और राजस्थान पहुंचे। उन्होंने वहां की पुलिस को इस बारे में कहानी बताई।
इसके साथ ही पुलिस को शून्य पर मामला दर्ज करते हुए इसकी कापी ऑनलाइन माध्यम से कोरबा पुलिस को भिजवाई। आखिरकार यहां सिविल लाइन पुलिस ने मारपीट करने वाले फैक्ट्री संचालक के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
इस घटना का वीडियो हाल में ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हुआ जिसमें खपराभट्टा इलाके में युवकों से बुरी तरह से मारपीट करने और यातना देने की तस्वीरें आम हुई। पीडि़त युवक जान की गुहार लगा रहे हैं और आरोपी उन्हें धमकी दे रहे हैं। बार बार युवक हाथ जोड़ रहे थे छोड़ दो। छोड़ दो की गुहार लगा रहे थे लेकिन उनके साथ किसी तरह की मानवता नहीं दिखाई गई।
वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री सिद्धार्थ तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीतिश ठाकुर एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा भूषण एक्का के निर्देशन में थाना प्रभारी प्रमोद डनसेना एवं सायबर सेल कोरबा के द्वारा टीम गठित कर आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की कार्यवाही की गई।