बिलासपुर। कानन पेंडारी चिड़ियाघर में आने वाले पर्यटकों का दिल जीतने वाला सफेद शेर ‘आकाश’ अब इस दुनिया में नहीं रहा। सोमवार सुबह उसकी अचानक मौत हो गई। प्राथमिक जांच में उसकी मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट (हार्ट अटैक) बताया गया है। सफेद शेर की असामयिक मौत से न केवल चिड़ियाघर प्रशासन बल्कि वन्य जीव प्रेमी भी बेहद दुखी हैं।
कैसे हुआ हादसा?
सुबह-सुबह जब चिड़ियाघर का कीपर पिंजड़े की नियमित सफाई के लिए पहुंचा और शेर पर पानी डाला, तो उसने देखा कि आकाश में कोई हरकत नहीं हो रही थी। कीपर ने तुरंत अधिकारियों को सूचना दी। कुछ ही देर में वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. पीके चंदन मौके पर पहुंचे। उन्होंने जांच के बाद ‘आकाश’ को मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम से हुआ खुलासा
शेर के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें स्पष्ट रूप से हार्ट अटैक को उसकी मौत का कारण बताया गया। पोस्टमार्टम के बाद शेर का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
वन्य प्रेमियों और स्टाफ में शोक की लहर
कानन पेंडारी के इस सफेद शेर को देखने हजारों लोग आते थे। अपनी शांत चाल और रोबीले स्वभाव के कारण ‘आकाश’ बच्चों से लेकर बड़ों तक सबका चहेता था। उसकी अचानक मौत से चिड़ियाघर में उदासी का माहौल है। स्टाफ के कई सदस्यों की आंखें नम थीं।
शेर आकाश का परिचय
‘आकाश’ कानन पेंडारी चिड़ियाघर के प्रमुख आकर्षणों में से एक था। सफेद शेरों की गिनती दुर्लभ वन्य प्रजातियों में होती है। उसकी उम्र लगभग 10 साल के आसपास बताई जा रही है, जो शेरों की औसत उम्र से कहीं कम है। ऐसे में उसकी असमय मृत्यु वन्य संरक्षण के लिहाज से भी चिंता का विषय है।