कोरबा। बजाज फाइनेंस के कर्मचारियों द्वारा कोरबा शहर में आम नागरिकों और मीडिया कर्मियों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार का एक नया मामला सामने आया है। JB न्यूज़ कोरबा की टीम के साथ बदतमीजी और धमकी देने की घटना ने एक बार फिर इस कंपनी की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बजाज फाइनेंस से जुड़े एक व्यक्ति कोरबा स्थित मनीष जायसवाल के घर पहुंचे। पहले उन्होंने फोन कर लोकेशन मांगा और फिर घर आकर अभद्र व्यवहार किया। जब उनसे लोन प्रक्रिया की जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जानकारी देने के बजाय बदतमीजी से बात करना शुरू कर दिया।
मनीष जायसवाल ने बताया कि जब उन्होंने लोन लेने से इनकार किया, तो संबंधित कर्मचारी धमकी देने लगे कि “बजाज फाइनेंस पेट्रोल का पैसा नहीं देती, इसलिए हम ऐसे ही काम करते हैं”। इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी पहचान (ID कार्ड) दिखाने से भी मना कर दिया, जिससे यह आशंका भी उत्पन्न होती है कि कहीं कोई फर्जी व्यक्ति तो कंपनी के नाम पर लोगों के घरों तक नहीं पहुंच रहा।
यह आरोप भी लगाए गए हैं कि ये कर्मचारी दिन में दो-तीन बार ग्राहकों को फोन करते हैं, और यदि ग्राहक मना कर देता है, तो वे सीधे घर पहुंचकर मानसिक दबाव बनाते हैं। महिला ग्राहक या परिवार की महिलाओं के सामने भी अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं। एक कर्मचारी द्वारा न केवल अशिष्ट बल्कि ग्राहकों के आत्मसम्मान पर भी प्रहार है।
यह कोई पहली घटना नहीं है। पहले भी बजाज फाइनेंस के खिलाफ इसी प्रकार की शिकायतें कोरबा में दर्ज कराई जा चुकी हैं। इस संदर्भ में JB न्यूज़ कोरबा की टीम ने कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाए और बजाज फाइनेंस के कर्मचारियों तथा उनकी कार्यशैली पर कड़ी कार्रवाई हो।
यदि इस तरह की घटनाओं को समय रहते नहीं रोका गया तो यह न केवल आम नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डालेगा, बल्कि कंपनी की साख को भी गहरी चोट पहुँचेगी।