महापौर राय का दावा, नगर निगम चिरमिरी भ्रष्टाचार के विरुद्ध “शून्य सहिष्णुता” की नीति पर काम कर रहा है
चिरमिरी। नगर पालिक निगम चिरमिरी में वाहन बीमा से जुड़े एक संभावित बड़े घोटाले की परतें खुलनी शुरू हो गई हैं। महापौर राम नरेश राय ने पूर्व में फर्जी बीमा प्रमाण पत्रों से संबंधित समाचारों और पत्रकारों द्वारा उठाए गए सवालों को गंभीरता से लेते हुए आयुक्त नगर पालिक निगम को पत्र लिखकर तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं।
महापौर द्वारा जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि नगर निगम के वाहनों के लिए पूर्व वर्षों में कराए गए बीमा में फर्जी दस्तावेजों का उपयोग किया गया हो सकता है। इस संबंध में प्राप्त शिकायतों के आधार पर बीमा प्रमाण पत्रों की प्रतियाँ संलग्न कर जाँच हेतु आयुक्त को भेजी गई हैं।
राम नरेश राय ने कहा,
“इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए मैंने आयुक्त को निर्देशित किया है कि वे तत्काल जांच टीम गठित कर, सभी बीमा प्रमाण पत्रों की सत्यता की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करें।”
सूत्रों के अनुसार, पूर्व महापौर कंचन जयसवाल के कार्यकाल में निगम वाहनों के बीमा हेतु नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर संभावित भ्रष्टाचार किया गया था। इस विषय में मीडिया में पहले भी कई रिपोर्टें प्रकाशित हो चुकी हैं। महापौर राय ने यह भी स्पष्ट किया कि नगर निगम चिरमिरी भ्रष्टाचार के विरुद्ध “शून्य सहिष्णुता” की नीति पर काम कर रहा है और जनता के हित में कोई भी समझौता स्वीकार्य नहीं होगा।