रायपुर 11 मई 2025।प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री विजय शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस नेताओं को चुनौती दी थी कि वे प्रधानमंत्री आवास योजना के आंकड़ों और क्रियान्वयन पर उनके सामने खुली बहस करें। जवाब में कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए मंच, स्थान और समय तय करने को कहा है।
भूपेश बघेल ने कहा, “भैया मंच और स्थान तय कर लें। कांग्रेस के लोग आपकी चुनौती को स्वीकार करते हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि में कटौती कर दी गई है। “पहले एक आवास के लिए 1.30 लाख रुपये दिए जाते थे, अब इसे घटाकर 1.20 लाख कर दिया गया है। इसमें भी ईंट का खर्च ही 1 लाख के आसपास हो जाता है, तो मकान कैसे बनेगा?”
विधानसभा में उठ चुकी है मांग
भूपेश बघेल ने यह भी याद दिलाया कि कांग्रेस नेता उमेश पटेल ने भी विधानसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए आवास की राशि ढाई लाख रुपये करने की मांग की थी, क्योंकि मौजूदा रकम से आवासों का निर्माण संभव नहीं है।
विजय शर्मा की चुनौती
इससे पहले मंत्री विजय शर्मा ने कहा था कि “मैं कांग्रेस के नेताओं से बहस के लिए तैयार हूं। वे जहां कहें, मैं वहां पहुंचने को तैयार हूं। प्रधानमंत्री आवास योजना के 18 लाख आवासों के वादे को हमने कैसे पूरा किया है, यह मैं स्पष्ट कर सकता हूं।”
शर्मा का दावा है कि राज्य सरकार ने इस योजना को प्रभावी तरीके से लागू किया है, और इसके आंकड़े खुद इसकी सफलता की गवाही देते हैं।
राजनीतिक टकराव की ओर बढ़ती बहस
इस मुद्दे ने एक बार फिर सत्ता और विपक्ष के बीच टकराव को तेज कर दिया है। जहां भाजपा सरकार योजना की सफलता का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस राशि कटौती और अधूरे निर्माण कार्यों को लेकर सरकार को घेरने में लगी है।
अब सबकी निगाहें इस ओर हैं कि क्या वाकई दोनों पक्ष एक मंच पर बैठकर जनता के सामने तथ्यों और आंकड़ों के आधार पर बहस करते हैं या यह मुद्दा भी बाकी विवादों की तरह केवल बयानबाज़ी तक सिमट कर रह जाएगा।