छत्तीसगढ़ नगर निकाय चुनाव के लिए मतगणना गिनती जारी है। कई जगह के नतीजे भी घोषित किए जा चुके हैं। इसी बीच रायगढ़ नगर निगम का परिणाम घोषित किया गया है। यहां जनता ने चाय बेचने वालेछत्तीसगढ़ नगर निकाय चुनाव के लिए मतगणना गिनती जारी है। कई जगह के नतीजे भी घोषित किए जा चुके हैं। इसी बीच रायगढ़ नगर निगम का परिणाम घोषित किया गया है। यहां जनता ने चाय बेचने वाले जीवर्धन चौहान को अपना मेयर चुना है। चौहान चाय की दुकान चलाते हैं। उनकी जीत पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कह कि रायगढ़ में भाजपा की जीत, जीवर्धन की जीत ऐतिहासिक है। भाजपा को कई जगह जीत मिली है।
जनवरी में घोषित किया था उम्मीदवार
भाजपा ने चाय बेचने वाले जीवर्धन चौहान को जनवरी में मेयर पद के लिए अपना आधिकारिक उम्मीदवार घोषित किया था। चौहान 1996 से भाजपा के सदस्य हैं और तीन दशकों से जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। 6 जनवरी 1979 को जन्मे चौहान, स्वर्गीय किशोरी लाल चौहान के बेटे हैं। उन्होंने अपना करियर माल धक्का के पास एक ठेले पर चाय और पान बेचकर शुरू किया था। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे हैं, जहां उन्होंने समाज सेवा के मूल्यों को आत्मसात किया।
कई पदों पर रह चुके हैं चौहान
चौहान ने एएनआई से कहा, ‘जब मुझे यह जानकारी मिली कि एक चाय बेचने वाले को रायगढ़ मेयर पद का उम्मीदवार बनाया गया है, तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ। मैं लंबे समय से संघ से जुड़ा हुआ हूं। मैं अपनी खुशी को रोक नहीं पा रहा हूं। मैं संघ, भाजपा और विधायक ओपी चौधरी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझ जैसे गरीब व्यक्ति को यह मौका दिया है।’ चौहान पूर्व जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल के मार्गदर्शन में भाजपा में शामिल हुए थे। पिछले कुछ सालों में वे विभिन्न अहम पदों पर रहे, लेकिन उन्होंने कभी भी ‘चायवाले’ का अपना पेशा नहीं छोड़ा।
2005 में बनाया गया नगर मंत्री
भाजपा में शामिल होने के बाद चौहान 1998 में वार्ड अध्यक्ष बने और 2004 में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की नगर कार्यकारिणी में शामिल हुए। 2005 में उन्हें नगर मंत्री बनाया गया, इसके बाद भाजयुमो नगर इकाई के उपाध्यक्ष पद पर उनकी नियुक्ति हुई। 2008 में वे भाजयुमो के नगर महामंत्री बने और 2011 में उन्हें नगर अध्यक्ष बनाया गया। जूट मिल क्षेत्र में भाजपा की जड़ें मजबूत करने वाले चौहान ने 2019 से 2024 तक लोकसभा, विधानसभा और नगर निगम चुनाव में शक्ति केंद्र कॉर्डिनेटर के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई।
चाय बेचने वाला आम आदमी की तकलीफों से होता है वाकिफ
पार्टी के लिए ढाई दशक खपाने वाले जीवर्धन ने अपने आवेदन में यह बताया कि, उसका जीवन यापन चाय बेचने से चलता है और चाय बेचते हुए जीवर्धन पार्टी का काम तन मन धन से समर्पित होकर करते रहे। संगठन ने इस बात को गंभीरता से लिया। एक चाय बेचने वाले को आम आदमी की तकलीफ अच्छे से मालूम होती है। जीवन भर चाय बेचना ही जीवर्धन को टिकट मिलने का आधार भी बना। एक चाय बेचने वाला अब रायगढ़ को विकास की नई ऊंचाइयों में लेकर जाएगा।

संघ से रहा जुड़ाव
संघ की शाखाओं से बाल्यकाल से जुड़ाव रखने वाले स्वयंसेवक के रूप में जीवर्धन विजय देवांगन के दौर से सक्रिय रहे। स्वयंसेवक के रूप में संघ से जुड़े रहने वाले जीवर्धन समाज के लिए जीने-मरने का जज्बा संघ के सानिध्य में रहते हुए सीख पाए।
48 में से 33 वार्ड पर बीजेपी की जीत
वार्डवार नतीजों में भी बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया। कुल 48 वार्डों में से बीजेपी ने 33 वार्ड जीते, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 12 वार्डों में सफलता मिली। बसपा ने एक वार्ड और निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो वार्ड जीते।
रायगढ़ नगर निगम चुनाव में बीजेपी की जीत ने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है। यह जीत न केवल महापौर पद के लिए है, बल्कि यह राज्य की राजनीति में बीजेपी की बढ़ती ताकत को भी दर्शाता है।
जीवर्धन की दुकान में सीएम साय ने भी बनाई थी चाय
