रायपुर। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिला के हसौद तहसील में राजस्व निरीक्षक बद्रीनारायण को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रंगे हाथों पकड़ा। शिकायतकर्ता भरतलाल ने आरोप लगाया था कि उसकी जमीन का सीमांकन कराने के लिए राजस्व निरीक्षक ने 1 लाख रुपये की मांग की थी। पीड़ित ने रिश्वत न देकर अधिकारी को पकड़वाने का फैसला किया। शिकायत की जांच के बाद एसीबी ने जाल बिछाया और आरोपी को पहली किश्त लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
सारंगढ़: हवलदार और आरक्षक 10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
सारंगढ़ जिले के थाना सरसींवा में पदस्थ हवलदार सुमत डहरिया और आरक्षक कमल किशोर को रिश्वत की रकम लेते हुए एसीबी ने धर दबोचा। शिकायतकर्ता महेंद्र साहू ने आरोप लगाया था कि उसके पारिवारिक विवाद के निपटारे के लिए दोनों पुलिसकर्मियों ने 18 हजार रुपये की मांग की थी। कुछ रकम पहले ही वसूल ली गई थी, जबकि बची हुई 10 हजार की रकम लेते हुए दोनों को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी राजस्व निरीक्षक

एसीबी का सख्त संदेश: रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं
दोनों मामलों में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है। एसीबी ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
आरोपी हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल
