बिलासपुर, छत्तीसगढ़। कोनी थाना क्षेत्र के निरतु गांव स्थित श्मशान घाट में मंगलवार देर रात एक तांत्रिक अनुष्ठान करते हुए 12 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। सभी संदिग्ध छत्तीसगढ़ के बाहर के रहने वाले बताए जा रहे हैं। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने बताया कि ये लोग नींबू, मिर्च, सिंदूर और सब्बल जैसी वस्तुओं के साथ पीपल पेड़ के नीचे तांत्रिक क्रिया में लगे हुए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह अनुष्ठान एक युवती के स्वास्थ्य में सुधार के उद्देश्य से किया जा रहा था। पकड़े गए लोगों में चार महिलाएं और आठ पुरुष शामिल हैं। पुलिस को स्थानीय ग्रामीणों से इस गतिविधि की जानकारी मिली, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की गई।
जब पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची, तो देखा कि पीपल पेड़ के नीचे तांत्रिक क्रिया की जा रही थी। वहां नींबू, हरी मिर्च, सिंदूर, और लोहे का सब्बल मौजूद था। कुछ लोग मंत्रोच्चार कर रहे थे और अन्य लोग उनके निर्देशों का पालन कर रहे थे। यह पूरा कृत्य रात के अंधेरे में किया जा रहा था, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया। कोनी थाना प्रभारी ने बताया कि सभी 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने अनुष्ठान को एक बीमार युवती के इलाज का प्रयास बताया है। हालांकि, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इसके पीछे कोई अंधविश्वास फैलाने या ठगी की मंशा तो नहीं थी।
गांववालों ने इस घटना को लेकर चिंता जताई है। उनका कहना है कि इस तरह की गतिविधियां सामाजिक माहौल को बिगाड़ सकती हैं और अंधविश्वास को बढ़ावा देती हैं। कुछ लोगों ने श्मशान जैसे संवेदनशील स्थल पर इस तरह के कृत्य की निंदा की है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस तांत्रिक अनुष्ठान के पीछे कोई बड़ा गिरोह सक्रिय है या यह एक व्यक्तिगत मामला था।