जिला गरियाबंद ब्लॉक छुरा में झोलाछाप डॉक्टर, वे बिना किसी वैध चिकित्सा डिग्री या लाइसेंस के चिकित्सा कर रहे हैं l वे अक्सर मरीजों के साथ धोखा करते हैं। और उन्हें नुकसान पहुंचाते रहे हैं. cmho ऑफिस में शिकायत की गई है कि झोलाछाप डॉक्टरों पर उचित दंडात्मक कार्यवाही के लिए आवेदन दिया गया है।
ग्राम पंचायत चुरकीदादर, नयापारा कोसमी कोठीगांव में झोलाछाप कथा कथित डॉक्टर गरीब आम जनता को गलत इलाज कर रहे हैं जिसमें कुछ महीनो में कुछ बच्चे की मृत्यु एवं बुजुर्ग को heart attack आने से उनकी मौत हो गई है। गलत इलाज के दौरान मौत होने की सूचना कई बार खंड चिकित्सा अधिकारी कीर्तन साहू को दिया गया । आवेदन आने पर उन्होंने उन झोलाछाप डॉक्टर को अपने ऑफिस में बुलाकर मीटिंग कर भेज दिया जाता है एवं किसी प्रकार से कार्रवाई नही किया जाता है क्या साठ गाट है की झोलाछाप डॉक्टरों पर मेहरबानी बनी हुई है l शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही होती ?
अवैधता उनके पास चिकित्सा डिग्री या लाइसेंस नहीं होता है, वह अनपढ़ है अपने पिता का नाम लिख नहीं सकते वह मरीजों का इलाज कर रहे है. खुले आम डंके की चोट पर।
शिकायत आवेदन में स्पष्ट रूप से लिखित दिया गया है।धोखाधड़ी कर रहे वे मरीजों से झूठे दावे करते हैं और उन्हें गलत इलाज देते हैं. आर्थिक लाभ वे मरीजों से मोटी रकम वसूली, एवं पैसे लेते हैं और गलत इलाज के बाद व्यक्ति की मौत हो जाती है।

हानिकारक इलाज: वे मरीजों को बीमारियों के लिए इलाज नहीं कर पाते हैं । और मरीजों को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। मरीजों को हाई डोज दावा देकर उनको तुरंत ठीक कर देते है परंतु कुछ दिन बाद उनको बड़ी बीमारी दे देते है । यह अनपढ़ कथा कथित लिखित शिकायत दर्ज करने पर भी कार्यवाही नहीं होती। ब्लॉक छुरा के बीएमओ कीर्तन साहू द्वारा अपने ऑफिस में बुला कर भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।
शिकायत कथा कथित डॉक्टर के नाम विश्वजीत भौमिक पंचायत नवापारा कोसमी , साधन राय चुरकीदादर, सपन बैरागी कोठीगांव बबलू बैरागी कोठीगांव गांव गांव में घूम घूम कर घर घर पहुंच कर ईलाज कर रहे हैं। शासन, प्रशासन को झोलाछाप डॉक्टर के बारे में जानकारी है,
झोलाछाप डॉक्टर को पूरी तरह से शरण देकर रखे है। बिना पड़े लिखे अंगूठा छाप मजदूर वर्ग के लोगों को गांव के भोले भाले जनता उन झोलाछाप को डॉक्टर की उपाधि देकर वह मजदूर वर्ग के व्यक्ति झोलाछाप व्यक्ति आम जनता के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
पंचायत में भी उनकी पूरी जानकारी नहीं है। वह कहा से आए हैं। अपनी पहचान छिपा कर अपने आप को डॉक्टर बता कर रहते है। कई बार केश हो जाती हैं तो अपनी बोरिया बिस्तर बाध कर भाग जाते है। किसी को नहीं मालूम वह कहा से आया थे। पंचायत को मालूम होना चाहिए कि आपके गांव में रहने वाले व्यक्ति वह व्यवस्या करने आया है। झोलाछाप डॉक्टर बन कर आम जनता की ईलाज के नाम से व्यवसाय। जबकि उस व्यवस्या करने के वह काविल नहीं है। स्वस्थ विभाग की मिली भगत द्वारा कराया जा रहा है। नहीं तो अवैध रूप से खुले आम practice कर सकता हैं। बिना डिग्री अनपढ़ तक है। कथाकथित झोलाछाप डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ जांच करने का दिखावा करते हैं। और उन्हें गिरफ्तार नहीं करते वह फर्जी तरीके से ईलाज कर रहे हैं। कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें जेल और जुर्माना शामिल है.
आम तौर पर व्यक्ति झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाने का कारण है कि स्वास्थ्य विभाग सुस्त अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह नहीं करते हैं क्योंकि बीमारी समय देख कर नहीं आता है वह अचानक कभी भी दस्तक दे देती है। और सरकारी डॉक्टर अपने ड्यूटी में नहीं रहते हैं सबसे कारण यही है कि स्वास्थ्य सुविधा आम जनता तक नहीं पहुंच पाती हैं इसलिए झोलाछाप डॉक्टर के पास जाना पड़ता है यही सत्य है । स्वास्थ विभाग जय हो केवल फोटो खींचना ही रहा गया है।