क्या देखने आए ,क्या लेकर जाएंगे ।
🔴 खदान के साथ यहां के भूविस्थापित प्रताड़ित का हाल चाल क्यों नही पूछा
🔴 हमारी क्षेत्रीय सांसद को समय क्यों नही मिला

आज कोयला ,खान एवं इस्पात संसदीय स्थायी समिति के 31 सांसदों का दल एसईसीएल गेवरा क्षेत्र की खदान अवलोकन अध्ययन करने के लिए पहुंचा था । पूरी दौरा को लगभग गुप्त रखा गया ।
▪️ इसकी तैयारी गेवरा प्रबंधन द्वारा किया गया और खदान के अंदर साफ सफाई,रंगाई,पुताई लाइट,सड़क की मरम्मत लाइटिंग की व्यवस्था की गई है गेवरा हाउस और रिक्रिएशन क्लब को पूरी तरह से दुल्हन की तरह सजाया गया है । पर्दे वर्दे सब कुछ नया लगाया गया । आसपास की सड़कों को लाल सफेद रंग दिया गया है ।
▪️ पूरी टीम रायपुर सड़क मार्ग से लगभग 3 बजे गेवरा हाउस में पहुंच गई थी स्वादिष्ट व्यंजनों का आनन्द लेकर खदान के व्यू पाइंट से खदान देखा ,फोटू खिंचवाई , और फिर गेवरा हाउस में फ़िल्म देखी ।

▪️मीडिया, यूनियन नेताओं , क्षेत्र के प्रभावितों और आमजनों से दूर रहे । इसका मतलब पिकनिक टूर के करने ही आये हैं ।
▪️आखिर इतने सांसदों का गेवरा खदान का निरीक्षण करने के लिए आना क्यों पड़ रहा है यह एक बड़ा सवाल उठता है कहीं आने वाले दिनों में मोदी सरकार एसईसीएल गेवरा ओपन कोल परियोजना को कहीं निजीकरण करने की कोई साजिश तो नहीं की जा रही है क्योंकि एसईसीएल गेवरा का ओवरबडन (मिट्टी खुदाई), और कोयला खुदाई का कार्य पहले से निजी हाथों में दिया जा चुका है बचे हुए कुछ जो कार्य हैं उसको भी कहीं निजीकरण ना किया जाए यह चर्चा जोरो से पूरे एसईसीएल क्षेत्र में रहने वाले लोग कर्मचारी अधिकारी कर रहे हैं क्योंकि धीरे-धीरे निजीकरण की ओर सरकार का झुकाव नजर आ रहा है ।
▪️खबर के मुताबिक शाम को रायपुर के लिए रवाना हो जाएंगे और रायपुर से गोवा सभी सांसद चले जाएंगे वहां पर बैठक आयोजित किया जाएगा जिसमें गेवरा खदान में निरीक्षण के दौरान क्या पाया गया क्या व्यवस्था में कमी है कैसे दूर किया जाएगा कैसे कोल प्रोडक्शन को बढ़ावा दिया जा सकता है खदान में हो रहे भ्रष्टाचार पर कैसे अंकुश लगाया जा सके और विभिन्न पहलुओं में विस्तार से चर्चा किया जाएगा इसकी रिपोर्ट को पीएमओ और कोल मंत्रालय को सौपा जाएगा।
▪️सवाल यह भी है कि एक दिन पहले रोजगार मांग रहे आंदोलन कारी नेता कैसे मान गए ।
▪️पूरी प्रशासन चाक चौबंद रहा किसी को भी मिलने से ,क्यों रोकने में लगे रहे ।