दुर्ग, छत्तीसगढ़: दुर्ग जिले के जामुल थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक युवती ने अपने प्रेमी और उसके साथियों के साथ मिलकर अपने मंगेतर के अपहरण की साजिश रची। इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए नागपुर (महाराष्ट्र) से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
घटना 18 मार्च 2025 की रात करीब 10:30 बजे की है। प्रार्थी भूपेंद्र यादव अपने दोस्त टोकेश साहू के साथ मोटरसाइकिल से घर लौट रहा था। जैसे ही वे बोगदा पुलिया के पास पहुंचे, एक कार ने उन्हें रास्ते में रोका। कार से उतरे 3-4 युवकों ने टोकेश के साथ मारपीट की और जबरन उसे गाड़ी में बिठाकर बेमेतरा की ओर ले गए। हालांकि, मौका पाकर टोकेश किसी तरह वहां से भाग निकला और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
जांच के दौरान पुलिस को सबसे बड़ा झटका तब लगा, जब सामने आया कि इस पूरी घटना की मास्टरमाइंड खुद पीड़ित की मंगेतर हेम कुमारी साहू उर्फ हेमा थी। दरअसल, हेमा की शादी टोकेश से तय की गई थी, लेकिन वह इस रिश्ते से खुश नहीं थी क्योंकि उसका प्रेम संबंध पहले से दुर्गेश साहू नामक युवक से था।
हेमा ने अपने प्रेमी दुर्गेश को टोकेश की फोटो और बायोडाटा भेजा, जिसके बाद दुर्गेश ने अपने दोस्तों अमित वर्मा उर्फ राजा और बंटी के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई। नागपुर से क्रेटा कार में सवार होकर तीनों आरोपी जामुल पहुँचे और वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर और नगर पुलिस अधीक्षक हरीश पाटिल के मार्गदर्शन में जामुल थाना टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूचना के आधार पर नागपुर में घेराबंदी कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी:
- दुर्गेश साहू (22) – निवासी कौगिया कला, बेमेतरा (वर्तमान: इन्द्रप्रस्थ नगर, नागपुर)
- अमित वर्मा उर्फ राजा (23) – निवासी डूंडा, बेमेतरा (वर्तमान: इन्द्रप्रस्थ नगर, नागपुर)
- हेम कुमारी साहू उर्फ हेमा (25) – निवासी दनिया, गंडई, खैरागढ़ (वर्तमान: एकात्मता नगर, नागपुर)
तीनों आरोपियों को 20 अप्रैल 2025 को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इस पूरे अभियान में थाना प्रभारी निरीक्षक कपिलदेव पांडेय, सउनि महफूज खान, सउनि राजेश साहू, आरक्षक चंद्रभान सिंह और आरक्षक पंकज पांडेय की विशेष भूमिका रही।