बिलासपुर : दो दिन पूर्व स्कूल के बाथरूम में छात्रा झुलस गई थी, जिसके बाद मामले में बड़ा बवाल हो गया था, अब सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में धमके से छात्रा के घायल होने के मामले में पुलिस ने कक्षा आठवीं के दो छात्र व छात्राओं को अभिरक्षा में लेकर बाल न्यायालय में पेश किया है। यहां से दोनों छात्रों को बाल सम्प्रेक्षण गृह व छात्राओं को अम्बिकापुर बालिका गृह भेजा गया है। मामले की एक अन्य छात्रा अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। 21 फरवरी को मंगला रोड स्थित सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में परीक्षा चल रही थी, इसी दौरान सुबह सवा 10 बजे कक्षा चौथी की 10 वर्षीय छात्रा स्तुति मिश्रा बाथरूम गई थी। फ्लश करते ही धमाका होने से वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। दूसरे दिन अभिभावकों ने स्कूल का घेराव कर दोषियों पर कार्यवाही होने की मांग करते हुए जमकर हंगामा मचाया था।
अभिभावकों ने आरोप लगाया था कि पूर्व में भी स्कूल में इस तरह की घटनाएं हुई हैं। घटना के पीछे किसी बड़े स्तर की लापरवाही होने की बात कही गई थी। 23 फरवरी को सिविल लाइन टीआई एसआर साहू, एसआई विष्णु यादव, एएसआई जीवन साहू जांच के लिए स्कूल पहुंचे और दोषी छात्र छात्राओं को स्कूल में तलब किया गया था। पुलिस ने थाने में दर्ज बीएनएस की धारा 124, 2 के तहत अपराध के तहत कक्षा आठवीं के दो छात्रों व दो छात्राओं को अभिरक्षा में लेकर बाल न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों छात्राओं को बाल सम्प्रेक्षण गृह व दोनों छात्राओं को अम्बिकापुर बालिका गृह भेजा गया है।
रोते बिलखते रहे परिजन जैसे ही पुलिस ने चारों :
जिन छात्र छात्राओं को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है, उन्के परिजन पुलिस पर भड़क गए और सामान्य पूछताछ के बहाने बुलाकर अभिरक्षा में लेने को लेकर जमकर खरी खोटी सुनाई। बच्चों को अभिरक्षा में लेकर जाने के बाद परिजन का रो रोककर बुरा हाल हो गया है। इस घटना ने आरोपी छात्र छात्राओं की बदमाशी ने उन्हें अब क़ानूनी पचड़े में फंसा दिया है। इस मामले में सिविल लाइन टीआई एसआर साहू ने बताया कि, स्कूल में धमाके के मामले में कक्षा आठवीं के दो छात्र व दो छात्राओं को अभिरक्षा में लेकर बाल न्यायालय में पेश किया गया है। जहां से दोनों छात्रों को बाल सम्प्रेक्षण व छात्राओं को अम्बिकापुर बालिका गृह भेजा गया है। अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है, टीचर ने डांटा थ तो बदला लेने के लिए पटना से ऑनलाइन सोडियम मंगाकर बाथरूम में रखा था।
एक छात्रा का पिता भाग निकला :
वहीं मामले की एक छात्रा पुलिस की पकड़ से बाहर है। बताया जाता है पूरे मामले में फरार छात्रा ही सरगना है। पुलिस के बुलाने पर छात्रा के पिता स्कूल आए थे। उन्हें अपनी बेटी को स्कूल बुलाने कहा गया। उन्होंने जैसे ही दो छात्र व छात्राओं को अभिरक्षा में लेते देखा, वे अपनी बेटी को लेकर आने की बात कहते हुए स्कूल से निकलकर अपना मोबाईल बंद कर भाग निकले। पुलिस छात्रा और उसके पिता की तलाश कर रही है। वहीँ यह कार्यवाही बदमाश बच्चों के माता-पिता के लिये बड़ा सबक है, पीड़ित छात्रा का इलाज चल रहा है।
मोबाईल की होगी जांच :
स्कूल में हुए धमाके से 10 साल की छात्रा के झुलसने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रबंधन के लोगों से पूछताछ की थी। स्कूल प्रबंधन की ओर से उपलब्ध कराए गए सीसीटीवी फुटेज और संदेही छात्राओं के नाम की जानकारी भी ली। इसके बाद पुलिस ने छात्र-छात्राओं से पूछताछ की। इसमें पता चला कि विद्यार्थियों ने ऑनलाइन ऑर्डर कर पटना से सोडियम मंगाया था। इसके बाद पुलिस ने छात्र-छात्राओं को बाल न्यायालय में पेश किया है। अब पुलिस आरोपी छात्र के मोबाइल को कब्जे में लेकर जांच कर रही है। पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि कितना सोडियम मंगाया गया था। एक अभिभावक ने बताया कि स्कूल की पिकनिक के दौरान एक छात्र की बाइक से बम मिला था, लेकिन मामले को दबा दिया गया। इधर स्कूल के बाथरूम में हुए हादसे के बाद भी प्रबंधन की ओर से मामले को दबाने का प्रयास किया गया।