कोरबा। नगर निगम कोरबा की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। गांधी चौक क्षेत्र में रविवार सुबह एक 100 साल पुराने विशाल पेड़ की भारी भरकम डगाल गिर जाने से स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। गिरा हुआ डगाल न सिर्फ आवागमन में बाधा बना, बल्कि बिजली लाइन क्षतिग्रस्त होने से पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम के पास वुड कटर जैसी जरूरी मशीनें तक नहीं हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। लाखों-करोड़ों के बजट वाली नगर निगम के पास आपदा से निपटने के लिए कोई मशीनी साधन नहीं है। मौके पर पहुंचे निगम कर्मी केवल मूकदर्शक बने रहे, जबकि पेड़ काटने के लिए स्थानीय लोगों को स्वयं के खर्चे पर वुड कटर मशीन मंगवानी पड़ी।


बिजली गुल रहने के कारण क्षेत्रवासियों को पूरी रात गर्मी और अंधेरे में बितानी पड़ी। सोमवार दोपहर 4:00 बजे तक भी बिजली बहाल नहीं हो पाई थी, जिससे लोगों का आक्रोश और बढ़ गया।

वार्ड क्रमांक 5 के पार्षद टामेश अग्रवाल और स्थानीय निवासी केसर सिंह राजपूत ने JB न्यूज से बात करते हुए स्थिति की गंभीरता और नगर निगम की लापरवाही पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि निगम को चाहिए कि ऐसे आपदा प्रबंधन के लिए समुचित संसाधन और उपकरण उपलब्ध रखें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचा जा सके।

JB न्यूज | कोरबा