Tuesday, June 10, 2025

भांजे के ईश्क में पागल अमरीन ने शौहर को सुलाया मौत की नींद, सामने आया खौफनाक और घिनौना काण्ड।

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बिजनौर (उ.प्र.) : नील ड्रम की दहशत अब भी जारी है, मामला है बिजनौर जिले के किरतपुर क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला खौफनाक मामला सामने आया है, जिसने मेरठ की मुस्कान हत्याकांड की यादें ताजा कर दीं है। यहां 28 अप्रैल की शाम को रामपुर आशा गांव में खेतों से फायरिंग की आवाजें सुनाई दीं, इससे क्षेत्रवासी दहशत में आ गये, जिसके बाद क्षेत्रिय किसानों ने पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को एक युवक की लहूलुहान लाश मिली, जिसका चेहरा पत्थरों से कुचला गया था। शुरुआती जांच में यह मामला हत्या का प्रतीत हुआ था, लेकिन जब सच सामने आया तो रिश्तों और विश्वास को शर्मसार कर देने वाला प्रेम-प्रसंग उजागर हुआ। इस खौफनाक मामले में दिमाग हिलाने वाली कड़ियाँ खुलती गई।

इस मामले में सामने आया है कि 28 अप्रैल को रामपुर आशा गांव में जब किसान खेतों में काम कर रहे थे, तभी उन्हें लगातार फायरिंग की आवाजें सुनाई दीं थी, जिसको लेकर किसानों ने तत्काल किरतपुर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो खेतों में झाड़ियों के बीच एक युवक की लाश पड़ी हुई थी, जिसका चेहरा बुरी तरह से पत्थरों से कुचला गया था। उसकी गर्दन और चेहरे पर पीला कपड़ा बांधा गया था ताकि उसकी पहचान न हो सके। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की, जिसके बाद मामले में कई रहस्यमय परतें खुलती गई।

जांच में सामने आए सुराग, सीसीटीवी फुटेज बना अहम गवाह :

इस मामले में किसानों ने पुलिस को बताया कि घटनास्थल पर तीन युवक बाइक से आए हुये थे, लेकिन गोली चलने के बाद दो ही लौटे। पुलिस ने क्षेत्र की सड़कों पर लगे CCTV कैमरों की जांच की, जिसमें तीन युवक बाइक पर जाते दिखाई दिए। जांच में तीनों की पहचान मोहम्मद फारूक, मेहरबान और उमर के रूप में हुई है, वो तीनों साथ ही आये थे। जब पुलिस मृतक की पहचान के लिए मोहम्मद फारूक के घर पहुंची तो परिजनों ने बताया कि वह मोहल्ले के ही मेहरबान और उमर के साथ निकला था। पुलिस ने जब उसकी हत्या की पुष्टि की तो परिवार में कोहराम मच गया। फारूक के बड़े भाई नईम ने किरतपुर थाने में मेहरबान और उमर के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।

मुठभेड़ के बाद हुई आरोपियों की गिरफ्तारी :

इस घटना में पुलिस ने दोनों आरोपियों की मोबाईल लोकेशन को सर्विलांस पर लिया, जिससे पता चला कि वे लोग नजीबाबाद से बिजनौर जाने वाले मार्ग पर मौजूद हैं। घेराबंदी के दौरान पुलिस पर फायरिंग की गई, जिसमें सिपाही राहुल सैनी घायल हो गये। वहीँ जवाबी कार्यवाही में एक गोली मेहरबान के पैर में लगी और उसे पकड़ लिया गया। इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया।

हत्या की वजह – प्रेम संबंध और पारिवारिक विवाद :

एसपी सिटी संजीव वाजपेई के अनुसार, पूछताछ में मेहरबान ने खुलासा किया है कि वह पिछले पांच वर्षों से मृतक मोहम्मद फारूक की पत्नी अमरीन के साथ प्रेम संबंध में था। दोनों के अवैध सम्बन्ध थे, वो लोग लगातार मुलाकात करते थे, इसी बीच दोनों एक दूसरे के प्रेम में पड़ गये, जब फारूक सऊदी अरब में था, तभी यह रिश्ता शुरू हुआ था। वहीँ फारूक के वापस आने के बाद उसे इन संबंधों की जानकारी मिल गई थी, जिस वजह से वह अमरीन से मारपीट करने लगा था। इसी वजह से अमरीन, मेहरबान और उमर ने मिलकर फारूक की हत्या की योजना बनाई गई थी।

इस मामले में पुलिस ने आगे बताया कि 28 अप्रैल की शाम को मेहरबान और उमर, फारूक को बियर पिलाने के बहाने रामपुर आशा गांव ले गए थे। उन्होंने खेत में ले जाकर फारूक को गोली मार दी और पहचान छिपाने के लिए उसका चेहरा पत्थरों से कुचल दिया था। वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक, तमंचे, खोखे, कारतूस, मोबाईल और एक सोने की अंगूठी बरामद की गई है। यह अंगूठी अमरीन ने मेहरबान को दी थी। इस तरह आरोपियों ने इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया।

इस घटना में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि मुख्य आरोपी मेहरबान मृतक व्यक्ति का चचेरा भांजा था। इस रिश्ते को ताक पर रखकर उसने एक साजिश रचकर अपने ही फूफा की हत्या कर दी। पुलिस ने अब फारूक की पत्नी अमरीन को भी हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है। वहीँ इस मामले के खुलासे रिश्तेदारों यह मामला खुलने से हैरान है, जिसने सभी रिश्तों को शर्मसार किया है।

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