कोरबा। प्रेम के सागर माधव को केवल ज्ञान प्रिय नहीं, उन्हें प्रेम युक्त ज्ञान प्रिय है। ठीक उसी भांति जैसे सत्य बोलो पर मीठा बोलो। प्रेम युक्त ज्ञान के प्रभाव से महज दो दिनों के लिए गोपियों को ज्ञान ,यथार्थ की शिक्षा देने गए उद्धव जी का सूखा ज्ञान प्रेम में बदल गया और वे 6 मास गोपियों के बीच रहकर प्रेम युक्त ज्ञान लेकर योगेश्वर द्वारिकाधीश के पास लौटे।
उक्त बातें श्री धाम वृंदावन (मथुरा) से पधारे पंडित कृष्ण गौड़ शास्त्री ब्रजवासी ने रविशंकर शुक्लनगर स्थित कपिलेश्वरनाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित संगीतमय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के छठवें दिवस शनिवार को आयोजित उद्धव गोपी संवाद कथा प्रसंग के दौरान कही।
कथा के छठवें दिवस रुक्मणी -कृष्ण के विवाह के अवसर पर विधि विधान से भगवान कृष्ण की बारात निकली जिसमें नगर के भक्तगण बाराती बने।
भागवत कथा के दौरान नगर निगम की महापौर श्रीमती संजूदेवी राजपूत ने भी कथा स्थल पहुंचकर पंडित कृष्ण शास्त्री का आशीर्वाद लिया। महापौर संजू देवी राजपूत को आयोजक कपिलेश्वर नाथ महिला मण्डल की अध्यक्ष ने मंदिर विकास के महत्वपूर्ण कार्यों की आवश्यकता बताई। जिस पर महापौर ने कथा स्थल में ही विकास कार्यों को स्वीकृत कराए जाने की घोषणा की।