छत्तीसगढ़ में चल रहे सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का जनसम्पर्क, निरीक्षण और समाधान शिविरों का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने आज महासमुंद जिला मुख्यालय में महासमुंद, गरियाबंद और बलौदाबाज़ार-भाटापारा जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा बैठक की। बैठक में जिलों में सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति और विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री श्री साय ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनता से सतत संवाद बनाएं रखें और फील्ड में सक्रिय रहकर समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा, “एक सफल अधिकारी वही होता है जो पहल करता है, संवाद करता है और समाधान तक पहुँचता है।”
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और राज्य सरकार आमजन की भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसलिए प्रशासनिक अमले को भी पूरी संवेदनशीलता, जिम्मेदारी और सेवा भाव से कार्य करना चाहिए।
बैठक के प्रमुख निर्देश और बिंदु:
- गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने पेयजल की निर्बाध आपूर्ति और बिजली की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
- सभी जिलों में तीन वर्ष से अधिक लंबित राजस्व प्रकरणों का मार्च 2026 तक अनिवार्य रूप से निराकरण करने के निर्देश।
- प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की लापरवाही ना बरतने की सख्त हिदायत।
- अधोसंरचना परियोजनाओं में आ रही बाधाओं को शीघ्र दूर करने के निर्देश।
- बोर्ड परीक्षा परिणामों में अपेक्षित सुधार के लिए विशेष योजना बनाने और शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने पर ज़ोर।
मुख्यमंत्री श्री साय ने यह भी कहा कि सुशासन तिहार सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि प्रशासन और जनता के बीच मजबूत विश्वास का सेतु है।
बैठक में मौजूद प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण:
इस अवसर पर सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, प्रभारी मंत्री श्री दयालदास बघेल, विधायक महासमुंद श्री योगेश्वर राजू सिन्हा, राजिम विधायक श्री रोहित साहू, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, सचिव श्री बसवराजू एस, रायपुर संभागायुक्त श्री महादेव कावरे, पुलिस महानिरीक्षक श्री अमरेश मिश्रा, तथा तीनों जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत सीईओ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।