कोरबा शहर के प्रवेश द्वार गौमाता चौक से लेकर भिलाई खुर्द तक उड़ रही राख का तूफान लोगों का स्वागत करता है। कई सालों से सीतामणी के पास स्थित बंद मानिकपुर खदान को राखड़ डंपिंग साइट बना दिया गया है, जहां सैकड़ों ट्रक रोजाना राखड़ डंप कर रहे हैं। इससे उड़ती धूल पूरे इलाके को ढक देती है और सड़कें गड्ढों से भर चुकी हैं। यहां वाहन चालकों को दृश्यता में परेशानी और नागरिकों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
स्थानीय लोग प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज़ हैं और मांग कर रहे हैं कि राखड़ डंपिंग पर नियंत्रण, सड़क की मरम्मत और पानी छिड़काव जैसी तात्कालिक व्यवस्था की जाए, ताकि प्रदूषण से राहत मिल सके।