रिपोर्टर: मनीष जायसवाल
स्रोत: JB News Korba
कोरबा:
कोरबा शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। नगर निगम के अधिकारी जहां बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं कि कोरबा को स्वच्छता में नंबर वन बनाएंगे, वहीं धरातल पर हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। JB News Korba की टीम ने जब शहर के कई इलाकों का जायजा लिया तो साफ नजर आया कि यह दावे सिर्फ कागजों तक सीमित हैं।
नगर निगम द्वारा निर्मित परिसरों में, जहां से हर महीने किराया और टैक्स वसूला जाता है, वहां 15-15 दिन तक सफाई नहीं होती। हाल ही में नगर निगम द्वारा टैक्स वसूली अभियान चलाया गया था, जिसमें दुकानों को नोटिस देकर सील किया गया, लेकिन सफाई के मामले में निगम की भूमिका सवालों के घेरे में है।

बारिश का मौसम आने को है और कोरबा की अधिकतर नालियां जाम हैं। JB News Korba ने जब इस विषय को उठाया तो सामने आया कि सफाई अधिकारी अक्सर यह कहते हैं कि वे “बाहर” हैं, जबकि वे कोरबा में ही निवासरत हैं। यह लापरवाही नगर निगम की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है।
कोरबा की जनता में इस मुद्दे को लेकर भारी आक्रोश है। गंदगी और जाम नालियों के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। नगर निगम के दावे सिर्फ मीडिया बयानों तक सीमित हैं, जबकि हकीकत इससे कोसों दूर है।
JB News Korba लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है, और कोरबा की जनता की आवाज बनकर शहर की असलियत सामने ला रहा है। सवाल ये है कि आखिर कब सुधरेगी कोरबा की सफाई व्यवस्था? कब जिम्मेदार अधिकारी नींद से जागेंगे?
रिपोर्ट:
मनीष जायसवाल
JB News Korba