अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में आरटीओ विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां एक दिव्यांग व्यक्ति को बिना किसी परीक्षण के ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया गया। मामला बजरंगलाल जायसवाल नामक व्यक्ति का है, जो एक पैर और एक आंख से दिव्यांग हैं।
बिना टेस्ट के जारी किया गया लाइसेंस
आरटीओ विभाग द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए न तो टेस्ट ड्राइव ली गई और न ही किसी प्रकार की मेडिकल जांच की गई। महज कागजी कार्रवाई कर दिव्यांग व्यक्ति को ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया गया। बताया जा रहा है कि लाइसेंस जारी करने के लिए रिश्वत ली गई थी।

आखिर कैसे चला पाएंगे वाहन?
इस मामले ने आरटीओ विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक दिव्यांग व्यक्ति, जिसे वाहन चलाने में कठिनाई हो सकती है, उसे बिना किसी जांच के ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर देना, सड़क सुरक्षा नियमों की खुली अवहेलना है।
जांच की मांग
इस मामले के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो सके।