कोरबा। छत्तीसगढ़ अखबार वितरक संघ ने वर्तमान हालात पर चिंता जताते हुए कहा है कि समाचार पत्रों का वितरण आज एक गंभीर संकट से गुजर रहा है। एक ओर समाचार पत्र समाज का आईना हैं, वहीं दूसरी ओर इन्हें समय पर पाठकों तक पहुंचाने वाले वितरकों की स्थिति दिन-ब-दिन दयनीय होती जा रही है।
वितरकों का कहना है कि अखबार बांटने के लिए काम करने वाले लोग अब नहीं मिल रहे हैं। कमीशन के आधार पर मिलने वाला भुगतान इतना कम हो गया है कि लोग यह काम करने से हिचक रहे हैं। वितरकों को स्वयं अखबार पहुंचाने के लिए मैदान में उतरना पड़ रहा है, जिससे उनका नुकसान हो रहा है।

कोरबा के वरिष्ठ अखबार वितरक विनोद सिंह, जो पिछले 30 वर्षों से इस सेवा में लगे हैं, ने बताया कि कोरोना काल में जब अधिकांश वितरकों ने काम बंद कर दिया था, तब भी उन्होंने जोखिम उठाकर अखबार बांटे। उनके समर्पण को देखते हुए प्रशासन ने उन्हें 2023 में कलेक्टर द्वारा सम्मानित भी किया।
विनोद सिंह ने अपील की है कि पाठकगण और एजेंसियाँ समय पर भुगतान करें ताकि वितरकों का जीवन-यापन सुचारु रूप से चलता रहे। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने तो पिछले दो वर्षों से भुगतान नहीं किया है, जिससे वितरकों के सामने आर्थिक संकट और गहरा गया है।
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो भविष्य में अखबार वितरण पूरी तरह से बंद हो सकता है। ऐसे में आम नागरिकों तक समय पर समाचार पहुंचाने की परंपरा भी टूट सकती है।
समाचार पत्र पढ़ने का आनंद तभी संभव है जब वह समय पर पहुंचे—इसके पीछे मेहनत करने वाले इन गुमनाम सिपाहियों को भी समाज से सहयोग और सम्मान की आवश्यकता है।